Biggest Flower in the world : दुनिया का सबसे बड़ा और मांसाहारी फूल है - Masahari podha

दुनिया का सबसे बड़ा और मांसाहारी फूल है  - Biggest Flower in the world

क्या आपने कभी सोचा है की दुनिया का सबसे बड़ा फूल कोनसा है ? दुनिया के सबसे बड़े फूल का नाम क्या है ? दुनिया का सबसे बड़े फूल का वजन कितना है ? दुनिया का सबसे बड़ा फूल कहाँ उगता है ?

duniya ka sabse bada or masahari ful video

आजतक आपने बहुत सारे फूल देखें होंगे जैसे की गुलाब, गुल्बहार,गुड़हल और भी कई सारे जिनका वजन ज्यादा ज्यादा कितना होगा?

 लगभग 100gm. , 200gm. ,500gm. मुझे नहीं लगता की इससे भी ज्यादा होगा और कितने बड़े होंगे आधा फूट , 1फूट लेकिन आज जिस फूल के बारे में जानेंगे वह दुनिका का सबसे बड़ा फूल है जो लगभग 10kg. तक का होता है  और जो बहुत ही बड़ा है |

 

दुनिया का सबसे बड़ा फूल

 दुनिया का सबसे बड़ा फूल का नाम रैफ्लेशिया है जो मुख्य रूप से मलेशिया और इंडोनेशिया में पाया जाने वाला एक आश्चर्यजनक परजीवी फूल है

परजीवी फूल या पौधे – परजीवी पोधे या फूल वो होते हैं जो दुसरे जीवों पर आश्रित होते हैं यानिकी अपना भोजन के लिए दुसरे पर निर्भर रहते हैं सरल भाषा में कहे तो मांसाहारी पोधे और फुल |

 बात करे इस फूल की तो ये फूल हल्का नारंगी व भूरे रंग का होता है जो दुनिका का सबसे बड़ा फूल है जिसका व्यास 1 मीटर तक़ का होता है और जिसका वजन लगभग 10 किलोग्राम तक का होता है हा आपने सही सुना 10KG तक और इसकी सबसे छोटी प्रजाति 20cm व्यास की पाई गई है |

 अगर आप इसको छूते हो तो इसकी पंखुड़ी छूने पर मांस की तरह लगता है और इस फूल से सड़े मांस की बदबू आती है जिससे हो छोटे-छोटे जीव जैसे की कीट-पतंगे होते है वो इसकी और आकर्षित होते हैं  

खोज – इसकी खोज सबसे पहले इंडोनेशिया के वर्षा वनों में हुई थी जब सर्वप्रथम डॉक्टर जोसेफ अर्नाल्ड   जो की एक स्थानीय गाइड थे तो उन्होंने सबसे पहले इस फूल को देखा  था जिसका नाम उसी खोजी दल के नेता सर थौमस स्टैमफोर्ड  रेफ्लस के नाम पर रखा गया है अब तक इसकी 26 प्रजातियां खोजी जा चुकी है  इंडोनेशिया के अलावा यह  पौधा फ्लिपींस और  सुमात्रा में भी पाया जाता है

 

दुनिया का सबसे बड़ा फूल उगता कैसे है?

 इसका जन्म किसी संक्रमित पेड़ के जड़ से होता है जो सबसे पहले यह एक गाँठ की तरह बनती है और जब यह बड़ी होकर एक बंदगोबी के आकार की हो जाती है यह लगभग चार दिन के अंदर इसकी पंखुडियां खूल जाती है और यह पूरा फूल आकार ले लेता है और

इस पौधे में केवल एक फूल ही ऐसा भाग है जो जमीन के ऊपर रहता है शेष सभी भाग कवक जाल की भाँती पतले-पतले होते हैं और जमीन के अंदर ही धागों की तरह इसके जड़ फैले होते हैं ये दुसरे पौधे के जड़ों से भोजन चूसते हैं

जैस की आपको पहले ही बता दिया गया है यह एक परजीवी-पौधा है  यह पौधा इतना बड़ा होता है की एक छोटे से बच्चे को भी अंदर ले सकता है इतना बड़ा होता है की इसके अंदर एक छोटा जीव भी आ सकता है |

 


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