Mobile number 10 digit
ka kyu hota hai | भारत में फ़ोन नंबर 10 अंकों का ही क्यों होता है
Mobile number 10 digit
ka kyu hota hai | भारत में फ़ोन नंबर 10 अंकों का ही क्यों होता है
क्या आपने कभी सोचा है की इंडिया में फ़ोन नंबर केवल दश अंक के ही क्यों
होते हैं 9 या 11 अंक का क्यों नहीं होता और आखिर इन जीरो ‘0’ से लेकर ‘9’ तक के 10 तक के अंक नंबर से करोड़ों फ़ोन नंबर कैसे बनाये जाते है? इन्ही
सभी सवालों के जवाब आज हम जानेंगे की इसके
पीछे का मुख्य कारण क्या है
मोबाइल नंबर 10 डिजिट का ही क्यों होता है ?
आज
से अगर हम कुछ साल पीछे जाए तो हम देखेंगे
की जो टेलीफ़ोन होते थे उनमें 1 अंक फ़ोन नंबर का इस्तेमाल होता था
जो उस समय के लिए काफी था क्योंकि अधिकांश लोगों
के पास फ़ोन नहीं हुआ करता था
1 अंक का मतलब होता है ‘0’
से ‘9’
= 0,1,2,3,4,5,6,7,8,9
तक कोई भी एक नंबर का इस्तेमाल
जैसे-‘7’
वैसे
ही दो 2 अंक का मतलब होता है ‘0’ से ‘9’ तक के कोई
भी दो अंक जैसे = 25 या 64 या 98 इत्यादि कोई भी दो अंको
का इस्तेमाल करना
आपको
याद होगा की हम पी.सी.ओ (पब्लिक कॉल ऑफिस) इसमे जाके बात किया करते थे ट्राय के
मुताबिक़ भारत में 2006 में लगभग 42 लाख
पी.सी.ओ. थे
लेकिन जैसे
-जैसे टेक्नोलोजी बढ़ती गयी लोगो की जनसंख्या भी बढ़ने लगी और फोन का इस्तेमाल करने
वाले लोग भी बढ़ने लगे|
सुन् 2000
में जहाँ भारत की जनसंख्या 105 करोड़
थी लेकिन वही बात करे 2022
में तो लगभग
140 करोड़ हो चुकी है पहले जहाँ 100
में से एक लोगो के पास फोन हुआ करता था वही आज की बात करे तो 100
लोगों में से 80 से 90 लोगो के पास फोन
मिल ही जायेगा वो भी दो सिम वाला फोन |
तो पहले की बात करे तो कम सिम नंबर होने के कारण 1 अंक फ़ोन नंबर भी काफी था लेकिन
आज की बात करें तो 9 अंक फ़ोन नंबर काफी नहीं
होता और कुछ सालो बाद 10
अंक वाले फ़ोन नंबर भी कम पड़ जायेगा |
इसे हम इस तरीके से समझ सकते हैं गणित में 10 नंबर ही होते हैं| ‘0‘ से ‘9’
जिनसे ये सारे नंबर बनते हैं चाहे वह 1से 100 तक गिनती हो या पहाड़ा हो या
जोड़,घटाना,गुणा,भाग | हर जगह आपको 0 से 9 तक के ही नंबर मिलेंगे
उदाहरण – 2021
इसमें 2,0,1 का इस्तेमाल हुआ है ऐसे ही फोन
नंबर में भी होता है अगर हम 1 अंक फ़ोन नंबर की बात करें तो 0
से 9 तक के नंबर को
आठ बार लेना होगा |
वो कोई भी नंबर
हो सकता है 0 से 9 तक यानीकी इस 8 अंक नम्बर से ज्यादा से ज्यादा 10 करोड़ सिम के लिए ही फोन नम्बर बनाये जा सकते हैं
जो की पहले के
लिए ठीक था क्योकिं कम फोन थे
इस्तेमाल करने वाले भी कम थे ऐसे ही 9 अंक के नम्बर को हमें 9 बार
लेना होगा उसमें से कोई भी एक नम्बर को एक
बार लेंगे फिर दूसरा नम्बर
को दो बार लेंगे ऐसी करते-करते हमें 9 बार लेना होगा तो इससे 100
करोड़ के ही नम्बर बनाये जा सकते हैं
लेकिन 2022 में भारत की जनसँख्या लगभग 140 करोड़ है और ट्राइ (TRA) के मुताबिक 31 December 2020 तक 115करोड़ से भी ज्यादा फोन नंबर चालू किया जा चुके है हा आपने सही सुना ज्यादातर लोगों के पास दो सिम वाले
फोन नम्बर हैं
यह तो आपको पता ही होगा जरुरी नहीं
की 115करोड़ जो लोगो ने सिम चालू करवाया है सभी के सभी चालू हुए
हैं
ये भी हो सकता है की इनमें से कई
करोड़ बंद हो
यही कारण है की हममें 10 अंक नम्बर की जरुरत पड़ी
ताकि सभी लोगों को फोन नम्बर दिया जा सके
जो की 9 अंक
नम्बर से काफी नहीं था
क्योंकि 10
अंक फोन नम्बर से हजार करोड़
लोगो को नम्बर दिया जा सकता है जो की आने
वाले कई सालो तक़ पर्याप्त है जब हजार करोड़ सिम चालु किये जा चुकें होंगे तब हमें 11
अंक की जरूरत पड़ेगी तब तक हमें 11
डिजिट फोन नम्बर की जरुरत नही है तब तक हमारे लिए 10
अंक नम्बर पर्यप्त है
तो आशा करता हूँ दोस्तों
आपको समझ आ गया होगा की फोन नंबर 10 अंक का ही क्यों होता है
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