स्टेज पर कैसे बोले बिना घबराए - stage par speech kaise de
Stage par kaise bole : क्या आप स्टेज पर जाने से डरते है ? क्या आप भी बात करने से घबराते हो ? क्या आप भी स्टेज में जाने से घबराते है
कुछ साल पहले मैं
भी स्टेज पर जाने से घबराता था कोई भी प्रतियोगिता हो मैं भाग नहीं ले पाता था
क्योंकि मैं स्टेज में जाने से बहुत ज्यादा डरता था और घबराता था
लेकिन आज मैं
कितने भी लोग हों मैं सबके सामने स्टेज पर बोल सकता हूँ
मैंने अपने अन्दर
के stage के डर को कैसे दूर किया आज आपको मैं बताऊंगा और जानेंगे की आप आखिर स्टेज
पर जाने से डरते क्यों हो और कैसे ठीक करना है जिसके बाद आज के बाद आप स्टेज में जाने से कभी भी नहीं घबराओगे,
बिंदास होक stage पर speech दे पाओगे बोल पाओगे |
मैंने भी एक बार
नाटक प्रतियोगिता में भाग लिया था और जैसे ही स्टेज पर आने के लिए मेरा नाम पुकारा
गया तो मेरी धड़कन बहुत तेज़ हो गयी थी और मेरा हाथ पैर कापने लगा था और मैं बहुत
ज्यादा सोचने लगा था और दिमाग पूरा खाली हो गया था और जिसके कारण मैं स्टेज में जाते ही अटकने लगा और जो
मुझे बोलना था वो मैं भूलने लगा जबकि स्टेज में जाने से पहले मुझे सब अच्छे से याद
था | लेकिन ऐसा मेरे साथ क्यों हुआ ?
यदि ये चीज़ मेरी
लाइफ में नहीं होता तो तो मुहे समझ में ही नहीं आता की जिस चीज़ से मैं घबरा रहा था
आंखिर वो कुछ था ही नहीं, और यही चीज़ आपके
साथ भी होता है | ज्यादा टार समय हम उन चीजो से घाबरते है जादा सोचते है जो कुछ
होता ही नहीं |
क्योंकि आपको कारण पता ही नहीं होता है की आप
घबरा क्यों रहे हो और बस घबराए जा रहे हो की कहीं बेजती न हो जाये, कही मजाक न बन जाये
और भी बहुत सारे दिमाग में सोच चलने लगता है लेकिन ऐसा क्यों होता है
स्टेज पर बिना घबराये कैसे बोले ? ( Stage par kaise bole in hindi )
तो चलिए जानते है ऐसा क्यों होता है और कैसे स्टेज पर अच्छे से बोले ? और जानेंगे वो सब कारण जिसके वजह से आप स्टेज पर घबराते है बोलने से पहले और इस stage पर बोलने के डर को निकलना कैसे है और हमेसा के लिए अपने अन्दर के डर को कैसे खत्म करना है सब जानेंगे |
मंच में जाने से पहले घबराते क्यों हैं ?
स्टेज में जैसे ही नाम आने वाला होता है तो आप
घबरा जाते हो आपके हाथ-पैर कांपने लगते हैं और धरकने बढ़ने लगता है और पशीना आने
लगता है और बहुत ज्यादा दिमाग में चीजे
सोचने लगते हो
जिसके वजह से आप स्टेज में पहुँचते ही आपका दिमाग खाली हो जाता है और ऐसा लगता है की जैसे की मैं सब चीज़ भुल गया हूँ जबकि आपको स्टेज में जाने से पहले सब अच्छे से याद था |
आपके डर और घबराहट का कारण क्या है ?
ऐसा इस लिए होता है क्योंकि आप सैकड़ो चीजों को
पहले से ही सोचना सुरु कर देते हो आप ये ध्यान नहीं देते की मैं स्टेज पर क्यों जा
रहा हूँ
आप बस ये ध्यान देते हो की कहीं मेरे से
कोई गलती न हो जाए और लोग क्या सोचेंगे,
कहीं मैं लाइन भूल न जाऊं, मैं ढंग से बोल पाऊंगा की नहीं, कहीं मेरी बेजती न हो
जाए और भी बहुत सारे चीज़ों को सोचने लगते हो
क्या आपने कभी
सोचा है जिन लोगों को आप सोच रहे हो जो
सामने बैठे हैं की यदि मैं भूल गया या मेरी
बेजती हो जाए लेकिन वो लोग आंखिर हैं कौन ??
यदि आप आज स्टेज
में हैं तो आपके सामने हजारो लोग हैं तो वो लोग हैं कौन? आंखिर आप घबरा क्यों रहे
हो ?किन लोगों से आप घबरा रहे हों ? जो
आपके सामने है या आपके अगल-बगल हैं क्या
आप उन लोगों को जानते हो ?
यदि आप उन लोगों को जानते भी होगे तो वो लोग आपके सामने 10 दिन
रहेंगे या साल भर रहेंगे और फिर वो आपके लाइफ से चले जायेंगे और फिर वो आपको भूल
जायेंगे
यदि वो नहीं जानने वाले है वो पाँच मिनट के लिए
हैं आपका भाषण सुनेंगे और फिर थोड़ी देर में वें चले जायेंगे और भूल जायेंगे तो इस
बात को सोच कर घबराना बंद करे की लोग मुझे देख रहे है , मुझसे कोई गलती न हो जाये
, ये लोग क्या सोचेंगे
सच्चाई तो ये है
की वो भीड़ जो आपके सामने है वो कुछ नहीं सोच रही जो भी सोच रहे है आप सोच रहे है
Apne andar ka hesitation
kaise door kare :अब
हम जानेंगे की अपने अन्दर के इस डरने के दर को दूर कैसे करे और स्टेज पर जाने से
पहले और स्टेज में जाने पर आपको क्या ऐसा करना है की आपके अन्दर का डर ख़त्म हो
जाये और आप अछे से स्टेज पर बोल पाए |
घबराहट को दूर कैसे करें ? ( apne andar ke dar kaise nikale )
1. पहले से प्रैक्टिस करके stage पर जाए
आप जो भी भाषण देने के लिए जाने वाले हो उसकी प्रेक्टिस करके जाएं शिसे के सामने खड़े होकर अपना भाषण बोले जिससे आपकी प्रेक्टिस अच्छी बनेगी
2. मंच पर जाने से पहले दिमाग को शांत ऐसे करे
जब भी स्टेज पर आपका नाम आने वाला हो आप एक लम्बी स्वाश लेनी हैं और थोड़ी देर रोकना है और फिर हल्के से छोड़ना है और ऐसे आपको थोड़ा समय करना है इससे आपके पुरे दिमाग व शरीर में ऑक्सीजन का संचार बढ़ेगा और जो घबराहट आपके अंदर हो रहा है वह कम होगा |
3. stage पर जाते समय इस बात का ध्यान रखे
लम्बी स्वास लेनी है और खुद से सवाल करना है की मैं घबरा क्यों रहा हूँ किस बात से मैं डर रहा हूँ और क्या सही क्या गलत और क्या नेम और क्या फेम |
क्या मुझे घबराना चाहिये? यदि घबरा रहा हूँ तो क्यों घबरा रहा हूँ ? वो लोग कौन हैं जिनसे मैं घबरा रहा हूँ और क्यों घबराना चाहिए, क्यों डरना चाहिये, ऐसी कौन-सी बड़ी गलती करने वाला हूँ या ऐसा कौन सा गलत काम करने वाला हूँ जिससे मैं इतना घबरा रहा हूँ?
तो आपको पता चलेगा की जो चीज़े आपके दिमाग में चल रही हैं जिन चीजों से आप घबरा रहे हो आखिर वो कुछ है ही नहीं और बेवजह आप घबराए जा रहे हो |
4. अब अपने अन्दर बोलने का
confident ऐसे लाना है
जब ये सवाल खुद से करोगे उसके बाद आपको ये बोलना है की मैं आज स्टेज पर जाने के बाद कुछ बदलने वाला हूँ और आपको स्टेज पर बिंदास हो कर बोलना है और खुद से बोलना है की मैं अपने लिए आया हूँ ना कि नाम ,फेम ,गलती या फिर किसी भी चीज़ के लिए |
जो भी है देखा जाएगा और दूसरों को कुछ देने के लिए आया हूँ जिससे मुझे ख़ुशी मिलेगी और कुछ सिखने को मिलेगा जिससे मैं बहुत ज्यादा खुश हूँ |
अपने अंदर ये लाना है और स्टेज पर जो भी बोलना है उसे दिल से और बिंदास होकर बोलना है और आपको अंदर से आवाज आनी चाहिए जो भी बोलो पूरा कॉंफिडेंट होकर बोलना है
क्योंकि अब आपके दिमाग में कुछ भी डर या घबराहट वाली चीज़े ही नहीं हैं तो बिंदास हो कर अंदर से बोलना है जो भी लाइन हो या भाषण हो या जिस भी चीज़ में आपने भाग लिया है |
5. ये हर किसी को करना चाहिए
जैसे ही आप दो ,तीन बार स्टेज पर जाते हो और जो भी बातें आपको बताई उनको फ़ॉलो करते हो तो आप यकीन नहीं करोगे आप बहुत ज्यादा कॉंफिडेंट इंसान बन जाओगे और स्टेज पर जो जाने से डर था वह दूर हो चुका होगा
उमीद करता हु आपको समझ आ गया होगा की Stage par kaise bole बिना डरे बिना घबराये कोई सवाल हो तो आप नीचे comment बक्स में पूछ सकते है |
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